अर्थ: बहुत प्यारा
वाक्य प्रयोग: यह बच्चा मेरी आँखों का तारा है।
2. मुहावरा – खून का प्यासा
अर्थ – जानी दुश्मन होना
वाक्य प्रयोग – उसकी क्या बात कर रहे हो, वह तो मेरे खून का प्यासा हो गया है।
3. मुहावरा: खून ठण्डा होना
अर्थ: उत्साह से रहित होना या भयभीत होना
वाक्य प्रयोग: आतंकवादियों को देखकर मेरा तो खून ठण्डा पड़ गया।
4. मुहावरा: गढ़ फतह करना
अर्थ :कठिन काम करना
वाक्य प्रयोग: आई.पी.एस पास करके दीक्षा ने सचमुच गढ़ फतह कर लिया।
5. मुहावरा: गधे को बाप बनाना
अर्थ: काम निकालने के लिए मूर्ख की खुशामद करना
वाक्य प्रयोग : कार्तिक गधे को बाप बनाना अच्छी तरह जानता हैं।
.6 मुहावरा: घर घाट एक करना
अर्थ: कठिन परिश्रम करना
वाक्य प्रयोग: नौकरी के लिए संजय ने घर घाट एक कर दिया।
7. मुहावरा: दिन गँवाना
अर्थ: समय नष्ट करना
वाक्य प्रयोग:बेरोजगारी में रोहन आजकल यूँ ही दिन गँवा रहा है।
9. मुहावरा:पासा पलटना
अर्थ:स्थिति उलट जाना
वाक्य प्रयोग: क्या करें पास ही पलट गया। सोचा कुछ था हो कुछ गया।
10. मुहावरा: पीछा छुड़ाना
अर्थ :जान छुड़ाना
वाक्य प्रयोग :बड़ी मुश्किल से मैं उससे पीछा छुड़ाकर आया हूँ।
11. मुहावरा – नजरबंद करना
अर्थ – जेल में रखना
वाक्य प्रयोग – गाँधी जी को अंग्रेजो ने कई बार नजरबंद करके रखा था।
12.मुहावरा – धरना देना
अर्थ – अड़कर बैठना
वाक्य प्रयोग – सत्याग्रही मंत्री की कोठी के सामने धरना दे रहे है।
13. मुहावरा – दीवारों के कान होना
अर्थ – किसी गोपनीय बात के प्रकट हो जाने का खतरा
वाक्य प्रयोग – दीवारों के भी कान होते हैं। अतः तुम लोग बात करते समय सावधानी रखा करो।
14.मुहावरा – थक कर चूर होना
अर्थ – बहुत थक जाना
वाक्य प्रयोग – मई की धूप में चार कि० मी० की पैदल यात्रा करने के कारण मैं तो थककर चूर हो गया हूँ।
15. मुहावरा – तिनके का सहारा
अर्थ – थोड़ी-सी मदद
वाक्य प्रयोग – मैंने मोहित की जब सौ रुपए की मदद की तो उसने कहा कि डूबते को तिनके का सहारा बहुत होता है।
💐अभ्यास💐
निम्न मुहावरों का अर्थ बताएं और अपने वाक्यों में प्रयोग करे
1.कुहराम मचना
2.ह्रदय का खिलना
3.चिंता का मारा होना
4. रहस्य खोलना
5.हतबुद्धि होना
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4. प्रत्यय:-
प्रत्यय वे शब्द हैं जो दूसरे शब्दों के अन्त में जुड़कर, अपनी प्रकृति के अनुसार, शब्द के अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। प्रत्यय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है – प्रति + अय। प्रति का अर्थ होता है 'साथ में, पर बाद में" और अय का अर्थ होता है "चलने वाला", अत: प्रत्यय का अर्थ होता है साथ में पर बाद में चलने वाला।
(क)
कृत्-प्रत्यय | क्रिया | शब्द |
वाला | गाना | गानेवाला |
हार | होना | होनहार |
इया | छलना | छलिया |
(ख)
कृत्-प्रत्यय | धातु | शब्द |
अक | कृ | कारक |
अन | नी | नयन |
ति | शक् | शक्ति |
(ग़)
कृत्-प्रत्यय | क्रिया या धातु | शब्द (संज्ञा) |
तव्य (संस्कृत) | कृ | कर्तव्य |
यत् | दा | देय |
वैया (हिंदी) | खेना-खे | खेवैया |
अना (संस्कृत) | विद् | वेदना |
आ (संस्कृत) | इश् (इच्छ्) | इच्छा |
अन | मोह, झाड़, पठ, भक्ष | मोहन, झाड़न, पठन, भक्षण |
आई | सुन, लड़, चढ़ | सुनाई, लड़ाई, चढ़ाई |
आन | थक, चढ़, पठ | थकान, चढ़ान, पठान |
आव | बह, चढ़, खिंच, बच | बहाव, चढ़ाव, खिंचाव, बचाव |
आवट | सज, लिख, मिल | सजावट, लिखावट, मिलावट |
आहट | चिल्ला, गुर्रा, घबरा | चिल्लाहट, गुर्राहट, घबराहट |
आवा | छल, दिख, चढ़ | छलावा, दिखावा, चढ़ावा |
ई | हँस, बोल, घुड़, रेत, फाँस | हँसी, बोली, घुड़की, रेती, फाँसी |
आ | झूल, ठेल, घेर, भूल | झूला, ठेला, घेरा, भूला |
ऊ | झाड़, आड़, उतार | झाड़ू, आड़ू, उतारू |
न | बंध, बेल, झाड़ | बंधन, बेलन, झाड़न |
नी | चट, धौंक, मथ | चटनी, धौंकनी, मथनी |
औटी | कस | कसौटी |
इया | बढ़, घट, जड़ | बढ़िया, घटिया, जड़िया |
अक | पाठ, धाव, सहाय, पाल | पाठक, धावक, सहायक, पालक |
ऐया | चढ़, रख, लूट, खेव | चढ़ैया, रखैया, लुटैया, खेवैया |
(घ)
कृत्-प्रत्यय | धातु | विशेषण |
क्त | भू | भूत |
क्त | मद् | मत्त |
क्त (न) | खिद् | खित्र |
क्त (ण) | जृ | जीर्ण |
मान | विद् | विद्यमान |
अनीय (संस्कृत) | दृश् | दर्शनीय |
य (संस्कृत) | दा | देय |
य (संस्कृत) | पूज् | पूज्य |
आऊ (हिंदी) | चल, बिक, टिक | चलाऊ, बिकाऊ, टिकाऊ |
आका (हिंदी) | लड़, धम, कड़ | लड़ाका, धमाका, कड़ाका |
आड़ी (हिंदी) | खेल, कब, आगे, पीछे | खिलाड़ी, कबाड़ी, अगाड़ी, पिछाड़ी |
आकू | पढ़, लड़ | पढ़ाकू, लड़ाकू |
आलू/आलु | झगड़ा, दया, कृपा | झगड़ालू, दयालु, कृपालु |
एरा | लूट, काम | लुटेरा, कमेरा |
इयल | सड़, अड़, मर | सड़ियल, अड़ियल, मरियल |
ऊ | डाका, खा, चाल | डाकू, खाऊ, चालू |