VIGYAN CLASS 8 [IN HINDI ] 1ST TERM
प्रथम सत्र परीक्षा पाठ एक से पांच तक अर्धवार्षिक परीक्षा पाठ 6 से सात तक द्वितीय सत्र परीक्षा पाठ 8 से 10 तक वार्षिक परीक्षा पाठ 11 से 14 तक
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पाठ 1 कार्बन व् उसके यौगिक
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1. निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प छाँटकर अभ्यास पुस्तिका में लिखिए -
(क) निम्नलिखित पदार्थो में से किसमें कार्बन नहीं पाया जाता है -
(i) कोयला में (ii) चीनी में
(iii) रोटी में (iv) नमक में
(ख) प्रकृति में कार्बन पाया जाता है -
(i) केवल मुक्त अवस्था में (ii) केवल यौगिकों में
(iii) मुक्त एवं यौगिक दोनों अवस्थाआें में (iv)केवल अपने अपररूपों में
(ग) कुकिंग गैस (L.P.G.) में किसकी मात्रा अधिक है - रा0प0खो0परीक्षा 2007
(i) मेथेन (ii) एथेन
(iii) एथिलीन (iv) ब्यूटेन
(घ) कार्बन का क्रिस्टलीय रूप है - रा0अ0आय परीक्षा 2008
(i) जन्तु चारकोल (ii) ग्रेफाइट
(iii) कोयला (iv) लकड़ी का चारकोल
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -
(क) ........कार्बन .............. सभी सजीव तथा कुछ निर्जीवों में उपस्थित है।
(ख) ........मीथेन ................... सरलतम हाइड्रोकार्बन है।
(ग) ................हीरा ............ सबसे कठोर पदार्थ है।
(घ) पेट्रोल ....... द्रव .... ..... ईंधन है।
(ङ) पेंसिल में उपस्थित काला पदार्थ ........ग्रेफाइट ................. है।
3. निम्नलिखित कथनों में सही कथन के आगे सही (√) तथा गलत कथन के आगे गलत (x) का चिन्ह लगाइये -
(क) सभी हाइड्रोकार्बन कार्बनिक पदार्थ हैं। ---- [सही ]
(ख) हीरा कार्बन का अक्रिस्टलीय रूप है। ---- [गलत ]
(ग) सुगर चारकोल कार्बन का शुद्धतम अक्रिस्टलीय अपररूप है।
[सही]
(घ) लकड़ी के चूल्हे की दक्षता सबसे अधिक होती है। [गलत]
4. संक्षेप में उत्तर दीजिए -
(क) अपररूप क्या होते हैं ? कार्बन के अपररूपों का उल्लेख कीजिए।
अपरूप के रासायनिक गुण समान होते हैं पर भौतिक गुण भिन्न होते हैं।
हीरा , ग्रेफाइट , कोयला , काजल कार्बन के अपरूप हैं।
(ख) हीरा तथा ग्रेफाइट के गुणों की तुलना कीजिए।
=हीरा पारदर्शी कठोर अपरूप है जबकि ग्रेफाइट सलेटी रंग का मुलायम चिकना पदार्थ। है
(ग) मेथेन को ``मार्श'' गैस क्यों कहते हैं ?
=दलदली स्थानों में सड़े गले पौधों से उत्पन्न गैसों का भाग होने के कारण मीथेन को मार्श गैस भी कहते हैं
(घ) पेट्रोल को जीवाश्म ईंधन क्यों कहते हैं ?
=पृथ्वी के अंदर करोङो वर्ष पूर्व दबे जीवों के अपघटन से द्रव ईंधन प्राप्त होता जिसका पेट्रोल एक भाग है।
(ङ) पेट्रोल को तरल सोना क्यों कहते हैं ?
= क्योंकि इसका उपयोग यातायात के साधनों ,कृषि उद्योग ,संचार आदि विभिन्न कार्यों में होता है और यह किसी राष्ट्र की समृद्धि बताता है।
= क्योंकि इसका उपयोग यातायात के साधनों ,कृषि उद्योग ,संचार आदि विभिन्न कार्यों में होता है और यह किसी राष्ट्र की समृद्धि बताता है।
(च) प्रकृति में कार्बन किन पदार्थो में पाया जाता है ?
कार्बन मुक्त और योगिक दोनों रूपों में जाता है।
कार्बन मुक्त और योगिक दोनों रूपों में जाता है।
(छ) लैम्प ब्लैक क्या होता है ?
=यह मोम या तेल को वायु कि सीमित मात्रा में जलाने पर प्राप्त होता है। इसे काजल भी कहते हैं।
(ज) हाइड्रोकार्बन यौगिक कितने प्रकार के होते हैं ?
=दो प्रकार के होते हैं =संतृप्त तथा असंतृप्त।
=दो प्रकार के होते हैं =संतृप्त तथा असंतृप्त।
(झ) रॉकेट ईंधन के दो उदाहरण दीजिए।
=मिथाइल हाइड्रेज़ीन ,द्रव हइड्रोजन
=मिथाइल हाइड्रेज़ीन ,द्रव हइड्रोजन
(ट) पेट्रोलियम गैस किन गैसों का मिश्रण है ?
=मीथेन , ईथेन ,प्रोपेन तथा ब्यूटेन
=मीथेन , ईथेन ,प्रोपेन तथा ब्यूटेन
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -
(क) ईंधन क्या है ? ईंधन का वर्गीकरण उदाहरण सहित कीजिए।
ईंधन वे पदार्थ हैं जिनके दहन से ऊष्मा उत्पन्न होती है ये निम्न प्रकार के होते हैं
1 ]घरेलु ईंधन =लकड़ी ,कोयला,केरोसिन ,LPG
2 ]औधोगिक ईंधन =पेट्रोल,डीजल,नेप्था,कोयला,CNG
3 ]इंजन ईंधन =पेट्रोल ,डीजल,केरोसिन
4 ]राकेट ईंधन =मेथील हाइड्रेज़ीन ,द्रव हाइड्रोजन
ईंधन वे पदार्थ हैं जिनके दहन से ऊष्मा उत्पन्न होती है ये निम्न प्रकार के होते हैं
1 ]घरेलु ईंधन =लकड़ी ,कोयला,केरोसिन ,LPG
2 ]औधोगिक ईंधन =पेट्रोल,डीजल,नेप्था,कोयला,CNG
3 ]इंजन ईंधन =पेट्रोल ,डीजल,केरोसिन
4 ]राकेट ईंधन =मेथील हाइड्रेज़ीन ,द्रव हाइड्रोजन
(ग) हीरा का उपयोग आभूषण बनाने में क्यों किया जाता है ?
=क्योंकि हीरा एक पारदर्शी और कठोर अपरूप है।
=क्योंकि हीरा एक पारदर्शी और कठोर अपरूप है।
(घ) सुगर चारकोल का उपयोग लिखिए।
=इसे कैरामेल भी कहते हैं।, इसका उपयोग धातु ऑक्साइड को धातु में अपचयित करने में होता है।
=इसे कैरामेल भी कहते हैं।, इसका उपयोग धातु ऑक्साइड को धातु में अपचयित करने में होता है।
6 .निम्नलिखित प्रश्नों में चार-चार पद हैंं।प्रत्येक प्रश्न में तीन पद किसी न किसी रूप में एक से हैं और एक पद अन्य तीनों से भिन्न है।अन्य से भिन्न पद की पहचान कर अभ्यास पुस्तिका में लिखिए- रा0प्र0खो0परीक्षा
(क). हीरा, कोयला, जन्तु चारकोल, काजल
(ख) मेथेन, ईथेन, प्रोपेन, इथलीन
(ग) एल0पी0जी0 गैस, पेट्रोल, डीजल, लकड़ी
(घ) खाने का सोडा, चीनी, रोटी, नमक
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इकाई : 2 ऊर्जा के प्राकृतिक एवं वैकल्पिक स्रोत
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1.निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प छाँटकर अभ्यास पुस्तिका में लिखिए-
(क) पुन: प्राप्त होने वाली (नवीकरणीय )ऊर्जा का स्रोत है -
(i) कोयला (ii) पेट्रोलियम
(iii) ज्वार-भाटा की ऊर्जा (iv) प्राकृतिक गैस
(ख) पुन: प्राप्त न होने वाली (अनवीकरणीय)ऊर्जा का स्रोत है -
( i) पवन ऊर्जा (ii) बहते हुए जल की ऊर्जा
(iii) सौर ऊर्जा (iv)कोयले की ऊर्जा
(ग) सौर ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में बदला जाता है-
(i) सौर भट्ठी द्वारा (ii) सौर-सेल द्वारा
(iii) सोलर कुकर द्वारा (iv) सौर-जल ऊष्मक द्वारा
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) परिवहन हेतु ऊर्जा का प्रमुख स्रोत ...डीजल ..............है .
(ख) मुख्यत: जीवाश्म ईंधन...कोयला ........और.....पेट्रोल ........ है .
(ग) सभी प्राणी अपना भोजन....सूर्य ..........से प्राप्त करते हैं .
(घ) बायोगैस मुख्यत: ......मीथेन ...... और ...CO 2 ..........का मिश्रण है .
(ड.)जलविद्युत संयंत्र का मुख्य स्रोत .....जल .............. है .
3. निम्नलिखित कथनों में सही कथन के सम्मुख सही (√) और गलत कथन के सम्मुख गलत (x) का चिन्ह लगाइए-
(क) सभी प्रकार की ऊर्जा का मुख्य स्रोत सूर्य है.(√)
(ख) वायु की उपस्थिति में बायोमास के अपघटन से बायोगैस उत्पन्न होती है.(√)
(ग) मिट्टी का तेल और डीजल पेट्रोलियम से प्राप्त किये जाते हैं.(√)
(घ) सौर ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा प्राप्त नहीं की जा सकती है.(x)
(ड़) बांध द्वारा बनाये गये जलाशय के जल में गतिज ऊर्जा होती है.(√)
(च) विद्युत, ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इससे प्रदूषण उत्पन्न नहीं होता है.(√)
(छ) नियंत्रित नाभिकीय विखंडन द्वारा मुक्त ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है.(x)
4. स्तम्भ क और स्तम्भ ख में दिये गये शब्दों का मिलान कीजिए .
क ख
1)पेट्रोल------------------------------------------------स्कूटर
2)कोयला--------------------------------------तापीय विद्युत घर
3)जलाशय पर बाँध -------------------------जल विद्युत संयंत्र
4)डीजल ------------------------------------------------ बस
5)वायु--------------------------------------------पवन-चक्की
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -
(क)पृथ्वी पर ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत कौन है ?
=सूर्य
(ख) सोलर सेल का क्या उपयोग होता है ?
सौर ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा प्राप्त करने में उपयोग।
(ग)पेट्रोलियम किस प्रकार बनता है ?
=अरबों वर्ष पूर्व धरती के अंदर जीवाश्म के अपघटन से बनता है।
(घ)बायोगैस क्या है ? यह किस प्रकार उत्पन्न की जाती है ?
=यह मीथेन कार्बन डाई ऑक्साइड का मिश्रण है। ये गोबर,पानी पत्तों को पाचक टैंक में सड़ाने पर प्राप्त होती है।
(ङ) सौर ऊर्जा के ऊष्मीय प्रभाव का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है ?
=इससे सोर हीटर बनाया जाता है
(च)नाभिकीय ऊर्जा क्या है ? इसका क्या उपयोग है ?
=नाभिक के विखंडन से प्राप्त ऊर्जा नाभिकीय ऊर्जा कहलाती है ,इससे हमे नाभिकीय संयंत्र द्वारा विद्युत प्राप्त होती है।
(छ)वर्तमान में जीवाश्म ईंधन ऊर्जा के प्रमुख स्रोत क्यों हैं ?
=कोयला,पेट्रोल,डीजल ,केरोसिन
(ज)ऊर्जा संकट क्या है ? आप उस संकट को दूर करने के क्या उपाय करेगें
ऊर्जा स्रोत के अनवरत प्रयोग से उनके समाप्त हो जाने का खतरा है ,इसे ही ऊर्जा संकट कहते है,इससे बचने के लिए हमे अनवरत प्राप्त होने वाले ऊर्जा स्रोत्र जैसे सोर ऊर्जा का प्रयोग बढ़ाना होगा।
(झ)सीमित तथा असीमित ऊर्जा के तीन-तीन उदाहरण लिखिए.
=कोयला,पेट्रोल,डीजल,केरोसिन सीमित ऊर्जा के स्रोत हैं। पवन ऊर्जा ,सोर ऊर्जा ,ज्वारभाटा ऊर्जा असीमित ऊर्जा के उदाहरण हैं.
6. निम्नलिखित प्रश्नों में चार पद हैं. तीन पद किसी न किसी रूप में एक से हैं. एक पद अन्य तीनों से भिन्न हैं. भिन्न पद की पहचान कर अभ्यास पुस्तिका में लिखिए- रा0 प्र0 खो0 परीक्षा
(क). डीजल, पेट्रोल, सूर्य, मिट्टी का तेल
(ख). वायु, जल, बायोगैस, कोयला
(ग) . सोलर कुकर,सौर सेल, प्रकाश ,सौर जल ऊष्मक
(घ) ईधन, अनाज, फल, सब्जियाँ
इकाईं - 3 खनिज एवं धातु
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1. निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प छाँटकर अपनी अभ्यास पुस्तिका में लिखिए -
(क) निम्नलिखित वस्तुआें में कौन सी वस्तु संक्षरित हो सकती है -
(i) लकड़ी की मेज (ii) स्टील की कुर्सी
(iii) खुली स्थानों पर रखी लोहे की छड़ (iv) तेल लेपित लोहे की छड़
(ख) बाँक्साइट किसका अयस्क है - रा0 प्र0 खो0 परीक्षा 2006
(i) सोडियम (ii) लोहा
(iii)एलुमीनियम (iv) कॉपर
(ग) इनमें से कौन सी सान्द्रण की विधि नहीं है?
(i) फेन प्लावन विधि (ii) चुम्बकीय पृथक्करण
(iii) निस्तापन (iv) गुरुत्वीय पृथक्करण
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -
(क) सोडियम धातु को .......मिटटी के तेल ................ में रखते हैं .
(ख) जंग लगने के लिए ....... ऑक्सीजन ..... तथा ....नमी .... आवश्यक है .
(ग) धातु से तार बनाने का गुण ....तन्यता ........................... कहलाता है .
(घ) जिन खनिजों से धातु का निष्कर्षण किया जाता है उन्हें ............
अयस्क .............. कहते हैं .
3. निम्नलिखित कथनों में सही कथन के आगे सही (√) तथा गलत कथन के आगे गलत (x)का चिन्ह लगाइए-
(क) हीरा कार्बन का रूप है. ---------------------------------------(√)
(ख) हेमेटाइट ,एलुमीनियम का अयस्क है. ----------------------(x)
(ग) धातु आॅक्सीजन से अभिक्रिया करके धातु ऑक्साइड बनाते हैं .--(√)
(घ) क्वार्ट्ज धत्विक खनिज है. ------------------------------------(x)
(ङ) संगमरमर चूने के पत्थर से बनता है. ----------------------------(√)
(च) निस्तापन की क्रिया में अयस्क को वायु की उपस्थिति में गरम किया जाता है. -----------------------------------------------------------(x)
4. कॉलम A के शब्दों का कॉलम B के शब्दों से सही मिलान कीजिए -
कॉलम A कॉलम B
बाँक्साइट एलुमीनियम
गैलेना लेड (सीसा)
हेमेटाइट आयरन (लोहा)
पाइरोलुसाइट मैंगनीज
5. निम्नलिखित प्रश्नों का संक्षिप्त उत्तर दीजिए -
(क)खनिज तथा अयस्क में क्या अन्तर है ?
खनिज को जमीन से खुदाई कर प्राप्त कतरे है जबकि वे खनिज जिनसे धातु का निष्कर्षण आसानी से होता है अयस्क कहलाते हैं .
(ख) धातुकर्म से क्या समझते हैं ?
किसी अयस्क से धातु का प्राप्त करना धातुकर्म कहलाता है
(ग)धातुआें की अघातवर्धनीयता तथा तन्यता के गुण का क्या अर्थ है ?
धातुओं को पीटकर चादर बनाना आघातवर्धनीयता कहलाता है ,धातुओं को खींचकर तार बनाना तन्यता कहलाता है
(घ) धातुआें का संक्षारण क्या है ?
नमी की उपस्थिति में धातु के ऊपर भूरे रंग की परत का जमना संझारन कहलाता है।
(ङ) मुक्त अवस्था में पाए जाने वाले किन्हीं दो धातुआें के नाम लिखिए.
सोना , चांदी
(च) मिश्र धातु क्या होती हैं ?
दो या दो से अधिक धातुओं का समांगी मिश्रण मिश्र धातु कहलाता है
(छ)अयस्कों का सान्द्रण क्यों किया जाता है ?
धुल के कण ,बालू जैसी अशुद्धियों को दूर करने के लिए सांद्रण करते हैं
(ज)किसी एक द्रव धातु का नाम लिखिए.
पारा
6. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दीजिए :-
(क) धातुआें की आॅक्सीजन से अभिक्रिया को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए.
धातु आॅक्सीजन से क्रिया करके ऑक्साइड बनाते हैं. सोडियम तथा पोटैशियम कमरे के सामान्य ताप पर क्रिया करके ऑक्साइड बनाते हैं .
4Na + O2 ----------------------2Na2O
[सोडियम] [आॅक्सीजन] [सोडियम ऑक्साइड]
(ख) सान्द्रण की विभिन्न विधियों का सचित्र वर्णन कीजिए.
1. गुरुत्वीय पृथक्करण विधि
यदि अयस्क में पायी जाने वाली अशुद्धियाँ धातु से हल्की हों तो सान्द्रण की इस विधि का उपयोग करते हैं. इसमें अवरोधक लगे हुए लकड़ी के एक तख्ते को चित्र के अनुसार व्यवस्थित करते हैं . इस पर पिसा हुआ अयस्क गिराते हैं . इस अयस्क में अशुद्धियाँ मिली होती हैं . इन्हें अलग करने के लिए चित्र 1 के अनुसार जल की तेज धारा प्रवहित करते हैं. जल के प्रवाह के कारण भारी अयस्क तो अवरोधकों के बीच रुक जाता है जबकि हल्की अशुद्धियाँ जल के साथ बह जाती हैं.
2. चुम्बकीय पृथक्करण विधि
.
. चुम्बकीय पृथक्किारी में एक चमड़े का पट्टा होता है, जो दो रोलरों पर घूमता रहता है जिनमें से एक रोलर विद्युत चुम्बकीय होता है. बारीक पिसे हुये अयस्क को घूमते हुए पट्टे के एक सिरे पर डालते हैं. जब अयस्क चलते पट्टे के दूसरे सिरे के पास पहुँच कर गिरता है, तो अयस्क का चुम्बकीय भाग चुम्बक से आकर्षित होकर उसके समीप एक ढेर के रूप में इकट्ठा हो जाता है. इसी प्रकार अचुम्बकीय अशुद्धियाँ चुम्बकीय अयस्क से दूर गिरकर एक पृथक ढेर बनाती हैं.
3. फेन प्लवन विधि
बारीक पिसे हुए अयस्क को बड़े हौज में जल के साथ मिश्रित करके कर्दम (Slurry) बना लेते हैं. तत्पश्चात् उसमें चीड़ का तेल डालते हैं.इस कर्दम में जब तीव्र गति से वायु प्रवहित की जाती है तो उसके फलस्वरूप तेल से चिपककर अयस्क के हल्के कण,जिसमें प्रमुखत: सल्फाइड अयस्क होता है, ऊपर उठकर टैंक की ऊपरी सतह पर आकर मलफेन (मैल झाग)के रूप में तैरने लगते हैं.तत्पश्चात् इस मलफेन को वायु में सुखाकर अयस्क के कण प्राप्त कर लेते हैं. चूंकि अशुद्धियों के कण भारी हेाते हैं अत: जल में डूबकर टैंक के तल पर एकत्रित हो जाते हैं.
(ग) धातुआें के शोधन से क्या समझते हैं ? शोधन की विधि का सचित्र वर्णन कीजिए.
प्रगलन से प्राप्त धातु में अनेक अशुद्धियाँ मिली होती हैं. अशुद्धि युक्त कुछ धातुआें को विद्युत अपघटनी विधि द्वारा शुद्ध किया जा सकता है.इसके लिये एक बड़े टैंक में शोधित किये जाने वाले धातु के लवण का विलयन लेते हैं, जिसे विद्युत अपघट्य (Electrolyte)कहते हैं. अशुद्ध धातु की छड़ को एनोड के रूप में तथा शुद्ध धातु की एक छड़ को कैथोड के रूप में प्रयोग में लाते हैं और उन्हें विलयन में चित्र के अनुसार डुबाते हैं . दोनों छड़ों को तार द्वारा बैटरी से जोड़ते हैं. विलयन में विद्युत धारा प्रवहित करते हैं जिसके फलस्वरूप एनोड से धातु के आयन विलयन में जाते हैं फिर विलयन से निकलकर कैथोड पर शुद्ध धातु के रूप में जमने लगते हैं. अशुद्धियाँ टैंक के पेंदे में ``एनोड मड''के रूप में बैठ जाती हैं.
(घ) धातुआें की जल के साथ अभिक्रिया को दो उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए .
सोडियम धातु जल के साथ तीव्र गति से अभिक्रिया करके सोडियम हाइड्रॉक्साइड तथा हाइड्रोजन गैस बनाता है . 2Na+ 2H2O →2NaOH+H2
मैग्नीशियम भाप या गर्म पानी के साथ क्रिया करके मैग्नीशियम ऑक्साइड तथा हाइड्रोजन गैस बनाता है . Mg+H2O →MgO + H2
(ङ)सोडियम धातु का जल तथा आॅक्सीजन से क्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए.2Na+ 2H2O →2NaOH+H2
4Na + O2 ----------------------2Na2O
(च)भर्जन तथा निस्तापन में अन्तर स्पष्ट कीजिए.
निस्तापन (Calcination)
अयस्क को वायु की अनुपस्थिति में उसके गलनांक से नीचे गर्म करके धातु ऑक्साइड में बदलने की क्रिया को निस्तापन कहते है. जैसे-लेड कार्बोनेट (PbCO3) युक्त अयस्क को गर्म करने पर लेड कार्बोनेट लेड ऑक्साइड (PbO) में परिवर्तित हो जाता है .
भर्जन (Roasting)
अयस्क को वायु की उपस्थिति में उसके गलनांक से कम ताप तक गरम करके ऑक्साइड में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को भर्जन कहते हैं. जैसे- कॉपर सल्फाइड (Cu2S) युक्त अयस्क वायु में गरम करने पर वह कॉपर ऑक्साइड (CuO) में परिवर्तित हो जाता है.
(छ)धातु के संक्षारण की रोकथाम के लिये अपनायी जाने वाली विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए.
(1) पेंट का लेप चढ़ा कर :-धातु की वस्तुआें की सतह पर पेंट लगाकर उसे क्षरण से बचाया जा सकता है.
(2) ग्रीस या तेल लगाकर :-तेल या ग्रीस की परत भी धातु का वायु और नमी से सम्पर्क समाप्त कर उसके संक्षारण को रोकती है.
(3) गैल्वोनीकरण (धातु चढ़ाना) :-लोहा को जंग से बचाने के लिये लोहे की चादर या अन्य पात्र को पिघले हुए जस्ते में डुबा देते हैं, जिसके कारण लोहे पर जस्ते की एक पतली परत जम जाती है . इसे गैल्वोनीकरण कहते हैं.
(4) विद्युत लेपन (इलेक्ट्रोप्लेटिंग) :-लोहे का क्षरण रोकने के लिए उसके चारों ओर क्रोमियम या टिन की इलेक्ट्रोप्लेटिंग की जाती है. , ,एलुमीनियम को क्षरण से बचाने के लिए उसके ऊपर ,एलुमीनियम ऑक्साइड का विद्युत लेपन कर दिया जाता है .
(5) मिश्र धातु बना कर :-कभी-कभी एक धातु में दूसरी धातु या अधातु मिलाने पर वह अधिक कठोर, स्थायी तथा संक्षारण से सुरक्षित हो जाता है . स्टेनलेस स्टील, लोहा तथा कार्बन का मिश्र धातु है जिसमें आसानी से जंग नहीं लगता .
(ज)तवे की हैण्डिल में लकड़ी लगी होती है, क्यों.लकड़ी ताप का कुचालक है इसलिए तवे के हैंडल में लकड़ी का प्रयोग होता है
(झ)धातुआें के प्रमुख उपयोग लिखिए.
दैनिक जीवन में अनेक उद्देश्यों के लिए धातुआें का उपयोग होता है. वाहनों, हवाईं जहाजों, रेलगाड़ियों, उपग्रहों, औद्योगिक उपकरणों आदि को बनाने में अत्यधिक मात्रा में धातुएँ प्रयुक्त होती हैं.
धातुएँ ऊष्मा की सुचालक होती है अत: उनका बर्तन और बॉयलर बनाने के लिए उपयोग किया जाता है. इस कार्य के लिए लोहा, कॉपर तथा ,एलुमीनियम का उपयोग किया जाता है.ताँबे का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग विद्युत उपकरण बनाने में किया जाता है.
सोने और चाँदी का उपयोग आभूषण बनाने के लिए होता है. खाने की वस्तुएँ, दवाइयोंं, चॉकलेट एवं सिगरेट की पैकिंग के लिए ,एलुमीनियम की पन्नियों का उपयोग किया जाता है.
7.निम्नलिखित प्रश्नों में चार-चार पद है. प्रत्येक प्रश्न में तीन पद किसी न किसी रूप में एक से हैं और एक पद अन्य तीनों से भिन्न है. अन्य से भिन्न पद की पहचान कर अभ्यास पुस्तिका में लिखिए- रा0 प्र0 खो0 परीक्षा
(क) पीतल, कॉसा, स्टेनलेस स्टील, लोहा
(ख) सोना,चाँदी, हीरा, प्लेटिनम
(ग) बाँक्साइट, गैलेना, हेमेटाइट, कॉपर
(घ) निस्तापन, भर्जन, सान्द्रण, संक्षारण
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इकाईं : 4मानव निर्मित वस्तुएँ
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1. सही विकल्प के सामने सही (√) का चिन्ह अपनी उत्तर पुस्तिका में लगाइए -
(क) थर्माकोल का दूसरा नाम है -
(i) टेफ्लॉन (iii) स्टाइरोन
(ii) नायलॉन (iv) डेक्रान
(ख) पौधों का मुख्य पोषक तत्व है - रा0प्र0खो0परी0 2006
(i) गन्धक (iii) आॅक्सीजन
(ii) नाइट्रोजन (iv) कार्बन
(ग) फेरिक ऑक्साइड मिलाने से निर्मित काँच होता है -
(i) हरा (iii) गहरा नीला
(ii)पीला (iv) बैंगनी
(घ) खिड़कियों में प्रयोग किया जाता है ?
(i) कठोर काँच (iii) फोटोक्रोमेटिक काँच
(ii) फ्लिन्ट काँच (iv) साधारण या मृदु काँच
2. सही कथन के सम्मुख (√) तथा गलत कथन के सम्मुख (X) चिन्ह अपनी उत्तर पुस्तिका में अंकित कीजिए-
(क) फोटोक्रोमिक काँच प्राप्त करने के लिये उसमें कुछ सिल्वर आयोडाइड मिलाया जाता है.---------------------------------------------------------(√)
(ख) रेयान प्राकृतिक रेशा है .-------------------------------------------(X)
(ग) सीमेन्ट, साबुन, उर्वरक, प्लास्टिक आदि मानव-निर्मित वस्तुएँ हैं.(√)
(घ) ऐन्टीबायोटिक दवाआें का उपयोग कीटाणुनाशक के रूप में किया जाता है.------------------------------------------------------------------ (X)
3. नीचे दिये गये शब्दों की सहायता से रिक्त स्थानों की पूर्ति अपनी अभ्यास पुस्तिका में कीजिए -
(साबुन, प्राकृतिक, बर्तन, संश्लेषित, पराबैंगनी)
(क) मेलामाइन का उपयोग प्लास्टिक के ......बर्तन ............... बनाने में किया जाता है.
(ख) सूत, रेशम, ऊन .........प्राकृतिक ......... रेशे हैं.
(ग) धूप के चश्में सूर्य की .......पराबैगनी ............... किरणों से आँखों को बचाते हैं .
(घ) सोडियम हाइड्रॉक्साइड और वनस्पति तेल की क्रिया से .साबुन .................. प्राप्त किया जाता है.
(ड़) ....संश्लेषित...... . रेशों से बने कपड़े अधिक टिकाऊ और सस्ते होते हैं.
4. संक्षेप में उत्तर दीजिए -
(क) प्राकृतिक एवं मानव-निर्मित वस्तुआें से क्या समझते हैं ?
प्रकृति से प्राप्त वस्तुओं को प्राकृतिक वस्तुए कहतें है जैसे पर्वत नदियां समुद्र जबकि मानव द्वारा बनाई गई वस्तुओं को मानव निर्मित वस्तुएं कहते हैं।
प्रकृति से प्राप्त वस्तुओं को प्राकृतिक वस्तुए कहतें है जैसे पर्वत नदियां समुद्र जबकि मानव द्वारा बनाई गई वस्तुओं को मानव निर्मित वस्तुएं कहते हैं।
(ख) किन्हीं चार प्रकार के काँच का नाम लिखिए.
1]साधारण या मृदु कांच 2 ]फोटोक्रोमैटिक कांच 3 ] कठोर कांच
4 ] फ्लिंट कांच
1]साधारण या मृदु कांच 2 ]फोटोक्रोमैटिक कांच 3 ] कठोर कांच
4 ] फ्लिंट कांच
(ग) पॉलीथीन, टेफ्लॉन, एक्रिलिक तथा बेकेलाइट के एक-एक उपयोग लिखिए.
पालीथीन =थैली बनाने मैं
टेफ़लोन =नॉनस्टिक बर्तन पर कोटिंग करने में
बबैकलाइट =प्लग ,स्विच कंघा , पेन बनाने में
पालीथीन =थैली बनाने मैं
टेफ़लोन =नॉनस्टिक बर्तन पर कोटिंग करने में
बबैकलाइट =प्लग ,स्विच कंघा , पेन बनाने में
(घ) साबुन और अपमार्जक में क्या अन्तर हैं ?
रासायनिक रूप में साबुन उच्च वसीय अम्लों के सोडियम तथा पोटैशियम लवण होते हैं. इन्हें प्राय: सोडियम अथवा पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड तथा वनस्पति तेल की पारस्परिक क्रिया द्वारा बनाया जाता है.
डिटर्जेन्ट ही अपमार्जक है जो कठोर जल के साथ भी झाग देने वाला रासायनिक पदार्थ होता है.ये हायड्रोकार्बोन से बनता है
रासायनिक रूप में साबुन उच्च वसीय अम्लों के सोडियम तथा पोटैशियम लवण होते हैं. इन्हें प्राय: सोडियम अथवा पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड तथा वनस्पति तेल की पारस्परिक क्रिया द्वारा बनाया जाता है.
डिटर्जेन्ट ही अपमार्जक है जो कठोर जल के साथ भी झाग देने वाला रासायनिक पदार्थ होता है.ये हायड्रोकार्बोन से बनता है
(ड़) मृतिका क्या है ?
कुम्हार एक विशेष प्रकार की मिट्टी का उपयोग करते हैं जिसे चिकनी मिट्टी या क्ले कहते हैंं. गूँथी हुईं चिकनी मिट्टी से चाक द्वारा पहले कच्चे बर्तन बनाये जाते हैं . फिर उन्हें उच्च ताप पर भट्टी में पकाया जाता है. पके हुए इन बर्तनों को ही मृतिका कहा जाता है.
कुम्हार एक विशेष प्रकार की मिट्टी का उपयोग करते हैं जिसे चिकनी मिट्टी या क्ले कहते हैंं. गूँथी हुईं चिकनी मिट्टी से चाक द्वारा पहले कच्चे बर्तन बनाये जाते हैं . फिर उन्हें उच्च ताप पर भट्टी में पकाया जाता है. पके हुए इन बर्तनों को ही मृतिका कहा जाता है.
(च) संश्लेषित रेशे क्या हैं ?
नॉयलान,पॉलिस्टर, डेक्रॉन, रेयॉन आदि मानव निर्मित रेशे हैं . इनमें से बहुत से रेशे पेट्रोलियम पदार्थो से प्राप्त किये जाते हैं . इस प्रकार के रेशों को संश्लेषित रेशे कहते हैं . संश्लेषित रेशे उच्च अणुभार वाले बहुलक यौगिक हैं . (जैसे डेक्रॉन अथवा टेरिलीन, एथिलीन ग्लॉइकॉल तथा डाइमेथिल टरथैलेट का सहबहुलक है
नॉयलान,पॉलिस्टर, डेक्रॉन, रेयॉन आदि मानव निर्मित रेशे हैं . इनमें से बहुत से रेशे पेट्रोलियम पदार्थो से प्राप्त किये जाते हैं . इस प्रकार के रेशों को संश्लेषित रेशे कहते हैं . संश्लेषित रेशे उच्च अणुभार वाले बहुलक यौगिक हैं . (जैसे डेक्रॉन अथवा टेरिलीन, एथिलीन ग्लॉइकॉल तथा डाइमेथिल टरथैलेट का सहबहुलक है
5. खंड `क' के अधूरे वाक्यों को खंड `ख' की सहायता से पूरा कीजिए -
1 ] मनुष्य या मशीनों द्वारा तैयार वस्तुओं को =मानव निर्मित वस्तुएं कहते हैं
2 ] मकान बनाने में =ईंट सीमेंट सरिया का प्रयोग होता है
3 ]सीमेंट के नए प्लास्टर पर =पानी का छिड़काव जरुरी होता है
4]कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए =उर्वरकों का प्रयोग किया जाता है
5 ]रेयॉन रेशों को =कृत्रिम रेशा भी कहा जाता है
1 ] मनुष्य या मशीनों द्वारा तैयार वस्तुओं को =मानव निर्मित वस्तुएं कहते हैं
2 ] मकान बनाने में =ईंट सीमेंट सरिया का प्रयोग होता है
3 ]सीमेंट के नए प्लास्टर पर =पानी का छिड़काव जरुरी होता है
4]कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए =उर्वरकों का प्रयोग किया जाता है
5 ]रेयॉन रेशों को =कृत्रिम रेशा भी कहा जाता है
6. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -
(क) अनाज के भंडारण की क्या आवश्यकता है तथा यह किस प्रकार सम्भव है ?
=जनसंख्या विस्फोट के कारण अधिक उपज भविष्य की आवश्यकता है . अत: फसल एवं अनाजों का भंडारण आवश्यक हो गया है , सब्जियों, फलों आदि को शीत गृहों में रख कर अधिक दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है .
=जनसंख्या विस्फोट के कारण अधिक उपज भविष्य की आवश्यकता है . अत: फसल एवं अनाजों का भंडारण आवश्यक हो गया है , सब्जियों, फलों आदि को शीत गृहों में रख कर अधिक दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है .
(ख) मुख्य उर्वरक कौन-कौन से हैं ? मिश्रित उर्वरक से क्या समझते हैं ?
= . यूरिया, सिंगल सुपर फॉस्फेट, शोरा, मिश्रित (एन0पी0के0), डी0ए0पी0 आदि कुछ प्रमुख उर्वरक हैं.
मिश्रित उर्वरक में कई तत्व एक साथ होते है जैसे NPK में नाइट्रोजन फॉस्पोरस पोटासियम होते हैं
= . यूरिया, सिंगल सुपर फॉस्फेट, शोरा, मिश्रित (एन0पी0के0), डी0ए0पी0 आदि कुछ प्रमुख उर्वरक हैं.
मिश्रित उर्वरक में कई तत्व एक साथ होते है जैसे NPK में नाइट्रोजन फॉस्पोरस पोटासियम होते हैं
(ग) भूमि में पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए कौन-कौन से उपाय किये जा सकते हैं ?
पेड़-पौधों की उचित वृद्धि के लिए उचित खाद की आवश्यकता होती है . पेड़-पौधों की वृद्धि के लिए प्रमुख पोषक तत्व नाइट्रोजन, फॉस्फोरस तथा पोटैशियम हैं . इनमें से अधिकांश तत्वों को पौधे मिट्टी से ही प्राप्त करते हैं .भूमि में आवश्यक तत्वों की तत्काल पूर्ति के लिए उर्वरक प्रयोग करते हैं
पेड़-पौधों की उचित वृद्धि के लिए उचित खाद की आवश्यकता होती है . पेड़-पौधों की वृद्धि के लिए प्रमुख पोषक तत्व नाइट्रोजन, फॉस्फोरस तथा पोटैशियम हैं . इनमें से अधिकांश तत्वों को पौधे मिट्टी से ही प्राप्त करते हैं .भूमि में आवश्यक तत्वों की तत्काल पूर्ति के लिए उर्वरक प्रयोग करते हैं
(घ) धूप में बाहर निकलने पर हम धूप के चश्मों का प्रयोग क्यों करते हैं?
धूप के चश्में आँखों को सूर्य की गर्मी से बचाने के लिए लगाये जाते हैं .
धूप के चश्में आँखों को सूर्य की गर्मी से बचाने के लिए लगाये जाते हैं .
(ड़) संश्लेषित रेशों से बने वस्त्र जल्दी क्यों सूख जाते हैं ?
ये वस्त्र हलके होते हैं और पानी को अवशोषित नहीं होने देते
ये वस्त्र हलके होते हैं और पानी को अवशोषित नहीं होने देते
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