GEOGRAPHY [HINDI] ----EARTH
धरती का अध्ययन हम निम्न भागों में बाँट कर करते हैं ----------
- बाह्य संरचना = 2000 साल पहले ही पता चल पाया की धरती गोल है। सही संरचना spheroid है। धरती की परिधि EQUATOR पर 40077 KM है जबकि पोल्स पर 68 KM कम है। धरती मृदा ,चट्टान और पानी से बनी है। ये वायुके आवरण से घिरी हुईहै जिसे वातावरण कहते हैं।
- आंतरिक संरचना =प्याज के समान धरती की कई परते हैं। सबसे ऊपरी सतह की औसत गहराई 4 0 किमी है। ये मुख्यतया ठोस चट्टान से बना है। इसे क्रस्ट भी कहते हैं। क्रस्ट के नीचे मैंटल पाया जाता है जिसकी गहराई 2900 km तक है। धरती के आंतरिक भाग में गर्मी की कारण मेंटल में ठोस और पिघली चट्टानी होती हैं। मेंटल के नीचे कोर होता है , इसका ताप 4000 - 5000 डिग्री सेल्सियस होता है।
- धरती की संरचन कैसे ज्ञात करते है =हम धरती को केवल खोद कर ही संरचना पता नहीं कर सकते। इसके लिए ज्वालामुखी विस्फोट , परमाणु विस्फोट सेउत्पन्न चट्टानों का अध्ययन कर के धरती की आंतरिक संरचना पता कर सकते है।
- धरती के गोल होने का हमे कैसे पता चला =3000 साल पहले लोग विश्वाश करते थे की धरती चपटी है। परन्तु लोग आश्चर्य करते थे की जहाज क्षैतिज पर गायब कैसे हो जाते हैं। 1522 में मैगलन ने बताया की धरती गोल है , ये पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पूरी धरती की पानी के जहाज से यात्रा की थी।
- हम धरती से नीचे क्यों नहीं गिरते= 1687 में आइसक न्यूटन ने बताया था की धरती पर गुरुत्वाकर्षण बल कार्य करता है जिसकी दिशा केंद्र की ओर होती है जिसके कारण वस्तु धरती के और ही गिरती है।
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